हर सुबह स्टेशन पर मिलती थी वो… पर एक दिन कुछ ऐसा कहा कि सब बदल गया - 5

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"हर सुबह स्टेशन पर मिलती थी वो… पर एक दिन कुछ ऐसा कहा कि सब बदल गया"   Episode 5 — “जो वो कहने आई थी…”   "आरव, मुझे तुमसे मिलना है… आज ही… कुछ बहुत ज़रूरी है।" फोन पर उसकी आवाज़ काँप रही थी, लेकिन मेरे भीतर एक तूफान सा उठ चुका था। कौन थी वो नेहा जिसे मैं जानता था… और कौन है वो, जो मुझसे अब मिलने आ रही है? शाम 5:45 PM — स्टेशन का वही कोना… नेहा पहले से खड़ी थी। आज वो पहले जैसी नज़ाकत में नहीं थी, बल्कि चेहरे पर कुछ