लाल दरवाज़े की रहस्यमयी यात्रा

 1: अजनबी बुलावारवि एक आम लड़का था, दिल्ली के जनकपुरी में रहता था। छुट्टियाँ थीं और वह अपनी नानी के घर शिमला जाने वाला था, पर आखिरी समय पर नानी की तबीयत बिगड़ गई और प्लान कैंसिल हो गया। मन उदास था, तभी उसके दरवाज़े पर एक अजीब-सी चिट्ठी आई — बिना किसी नाम या पते के।उस पर लिखा था:“अगर तुम असली रोमांच चाहते हो, तो कल सुबह 6:03 पर लाल दरवाज़े वाली ट्रेन में बैठ जाना।”रवि चौंका — ये कौनसी ट्रेन है? उसने दिल्ली मेट्रो, इंडियन रेलवे सब देखा, पर ऐसी कोई ट्रेन लिस्ट में नहीं थी। लेकिन दिल