किसी भी भवन में पूजा या ध्यान के स्थान का आकार निश्चित रूप से तय नहीं होता, बल्कि यह गृहस्थ की आवश्यकता, भवन के आकार और व्यक्तिगत प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है। महत्वपूर्ण यह है कि यह स्थान पवित्र, शांत और सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर हो, जहाँ व्यक्ति ईश्वर से जुड़ सके और मानसिक शांति प्राप्त कर सके।यहां कुछ महत्वपूर्ण बातें दी गई हैं जिन पर विचार किया जाना चाहिए: * आवश्यकतानुसार आकार: पूजा या ध्यान का स्थान इतना बड़ा होना चाहिए कि उसमें घर के सदस्य आराम से बैठ सकें और पूजा सामग्री रख सकें। छोटे घरों में, यह एक