मैं बदल जाऊंगा तेरे लिए

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‼️मैं बदल जाऊंगा तेरे लिए‼️सुनो ना…कई बार ना सोचता हूं कि क्या मैं वाकई ऐसा ही हूं…जैसा तुम कहती हो…कड़क, जिद्दी, चिड़चिड़ा, बिना फिल्टर के बोलने वाला…और हां, शायद मैं हूं भी।मुझे स्वीकार करने में कोई शर्म नहीं कि मेरी आदतें… मेरे लहजे की तल्ख़ियां…कई बार तुम्हारे नर्म दिल को चुभ जाती हैं।पर एक बात हमेशा कहना चाहता हूं —मेरा इरादा कभी बुरा नहीं होता।हाँ, ज़ुबान से फिसल जाता हूं,गुस्से में आकर उल्टा बोल जाता हूं,बिना सोचे कह देता हूं कुछ ऐसा…जो शायद तुम्हारी रूह तक को चोट दे जाता है।पर क्या तुमने कभी मेरी आँखों में वो घुटन देखी