सुकरातसबसे बुद्धिमान वह (स्त्री) है जो यह जानती है कि उसे कुछ नहीं मालूम...सोफी ने गर्मियों की पोशाक पहन ली और जल्दी से रसोई में जा पहुँची। उसकी माँ रसोई की मेज के बराबर खड़ी थी। सोफी ने निश्चय किया कि वह रेशमी स्कॉर्फ के बारे में कोई बात नहीं करेगी।'आप अखबार लाई?' उसने पूछा।उसकी माँ उसकी ओर मुड़ीं।'जरा तुम ले आओ, मेरे लिए?'पलक झपकते ही सोफी दरवाजे से बाहर निकल गई और बजरी बिछे रास्ते से होती हुई मेल-बॉक्स के पास जा पहुँची।केवल अखबार। वह इतनी जल्दी उत्तर की आशा नहीं कर सकती, उसने अनुमान लगाया। अखबार के पहले