नेपोलियन बोनापार्ट - विश्वविख्यात योद्धा एवं राजनीतिज्ञ - भाग 9

जिस प्रकार समुद्र से स्वच्छ हवा का न आना या पहाड़ों से मलयानिल के झोंकों का न उठना सम्भव नहीं, उसी प्रकार विचारों में संघर्ष का न होना भी सम्भव नहीं है। प्रायद्वीप में दुर्भावना, भ्रष्टाचार व तानाशाही के विरुद्ध संघर्ष शुरू हो गया था। पेरिस में आयोजित सम्मेलन के शिष्टमण्डल का सदस्य सालिसिटी-कार्सिका का एक नागरिक-पाउली का शत्रु था। इस कारण वह बोनापार्ट का मित्र बन गया; क्योंकि वे दोनों समान रूप से पाउली के विरुद्ध थे। अजासियो का जैकोबिन क्लब विभाजित हो गया है और प्रायद्वीप के ईमानदार समझे जाने वाले व्यक्ति पाउली को धोखेबाज़ कहा जा रहा