फ़िल्म रिव्यु : कोर्ट, स्टेट v/ नोबडी ताकतवर के सामने एक कंगाल, आम व्यक्ति की लड़ाई ---------------------------------------- हमारे आसपास हमेशा दो वर्ग साफ साफ दिखते हैँ. एक अभिजात, उच्च वर्ग और दूसरा सामान्य वर्ग. दोनों की सोच, हैसियत अलग अलग है. लेकिन दोनों अक्सर एक ही समय और माहौल में एक दूसरे के साथ होते हैँ.परन्तु एक मालिक के रूप में और दूसरा सेवक के रूप में.दिक्कत तब आती है जब निम्न वर्ग के लोग दूसरे वर्ग को फलते फूलते एक आंख नहीं सुहाते। कोर्ट फ़िल्म इन्ही दो वर्गों की बात करती हुई एक बेहद गंभीर विषय, पोक्सो एक्ट,को बहुत