1. मृतकाल गाढ़ अरण्य की आड़ में एक वृद्ध; खूबसूरत लड़कियाँ जैसे अपने बालों को सँवारती हैं बिलकुल वैसे वह अपने बालों को सँवारते अपनी चाल में तेजी दिखा रहा था। हालाँकि उसके बाल लड़कियों की तरह तो बिलकुल नहीं थे, खिन्न आए ऐसे बालों का गुच्छा बिलकुल वट वृक्ष की शाखाओं की याद दिलाता था। भूरी मिट्टी से नहाया हुआ शरीर हूबहू नागा साधु की तरह दिखता था, हालाँकि उसने अपनी कमर पर अंगोछा लपेटा था और अंगोछा के ऊपर एक बेल दो काले रंग की किसी अजीब प्राणी की खोपड़ी को छेद कर कमर पर कसी