एकांकृति- भावों का समंदर

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पुस्तक समीक्षा **********एकांकृति'- भावों का समंदर —--------               समीक्षक- सुधीर श्रीवास्तव ( यमराज मित्र)       वैसे तो प्रस्तुत 'एकांकृति' युवा कवयित्री अर्तिका श्रीवास्तव का प्रथम काव्य संग्रह है। कंप्यूटर साइंस में बी-टेक और एम. बी. ए.  (फाइनेंस) योग्यताधारी अर्तिका वर्तमान में यूपीडेस्को लखनऊ में सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर हैं। कविता लेखन के साथ साथ विभिन्न प्रकार के आर्ट- क्राफ्ट, मिट्टी की गुड़िया, खिलौने एवं सजावटी सामान बनाने में भी रुचि रखती हैं। मानवीय संवेदनाओं, उत्तम वैचारिकी के साथ उनकी अभिरुचियों का समावेश उनकी लेखनी में मिलता है।     अपने संग्रह की रचनाओं की शुरुआत उन्होंने 'सर्वप्रथम पूर्वजों