बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 1

  • 992
  • 276

यह कहानी है आरोही तरुण और शिवाय की। आरोही अपने प्यार तरुण से शादी करने वाली थी जिस दिन तरुण और आरोही का शादी था उसे दिन आरोही की जिंदगी में शिवाय नाम का तूफान दस्तक देता है वह भी अकेला नहीं अपने दो बच्चों के साथ। आरोही के मंडप पर जहां वह तरुण के साथ फेरे लेने वाली थी बीच में शिवाय आकर यह दावा करता है कि आरोही उसके बच्चों की मां है जिसे सुनकर वहां खड़े सारे लोग सदमे में चले जाते हैं यहां तक की खुद आरोही और तरुण भी। क्या करेगी आरोही शिवाय नाम के तूफान का। क्या तरुण देगा आरोही का साथ। या मजदार में छोड़ देगा आरोही को। अब सवाल है की क्या करेगी आरोही। कैसे बाहर निकलेगी खुद को शिवाय नाम के तूफान से। पढ़िए यह मेरी कहानी बंधन उलझे रिश्तों का हर रात 10:00 बजे।