आज यह कहते हुए बहुत खेद है और दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि जिस व्यक्ति ने भारत जैसे विशाल देश के लिए विशाल संविधान लिखा। आज उनकी ही मूर्तियाँ तोड़ी जा रहीं हैं। उनका अपमान किया जा रहा है। यह बहुत असहनीय है, बर्दाश्त करने के लायक नहीं कि जिस महामानव के बनाए कानून पर देश चल रहा है, लोकतंत्र हैं, आजाद हैं। आज उनकी ही मूर्ति देश के अदालतों में लगाने में संकोच है, निंदनीय है। मैं बात कर रहा हूँ भारत के विधि मंत्री संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ बाबा साहब भीम राव अंबेडकर की।