बाकी बदमाश गुस्से में आ गए और एक साथ उस पर टूट पड़े।पहला बदमाश तेजी से लोहे की रॉड लेकर हर्षवर्धन पर वार करने दौड़ा, लेकिन हर्षवर्धन ने झुककर उसकी रॉड को एक हाथ से पकड़ लिया और जोर से खींचकर उसे घुटने पर दे मारा। बदमाश की हड्डी चटकने की आवाज़ पूरे कमरे में गूंज उठी और वह दर्द से चीख पड़ा।दूसरा बदमाश पीछे से आकर हर्षवर्धन के सिर पर वार करने वाला था, लेकिन जैसे ही उसने हाथ उठाया, हर्षवर्धन ने बिजली की गति से घूमकर उसका हाथ पकड़ लिया और ज़ोर से मरोड़ दिया। बदमाश की कलाई