सड़क पर तेज़ रफ़्तार और धड़कते एहसासरात गहरी हो चुकी थी। ठंडी हवा हल्की-हल्की सिहरन पैदा कर रही थी। समीरा खिड़की के पास खड़ी थी, पर उसके मन में अब भी दानिश की आवाज़ गूंज रही थी—"सोने से पहले मेरी आवाज़ याद कर लेना… ताकि अगली बार पहचानने में देर न लगे।"वह हल्की मुस्कान के साथ बालों को पीछे करते हुए सोचने लगी—"अजीब लड़का है! लेकिन... दिलचस्प भी।"अचानक उसके फोन की स्क्रीन चमकी। दानिश का मैसेज था—"नीचे आओ। तुम्हें कुछ दिखाना है।"समीरा का दिल एक पल को तेज़ी से धड़क उठा। उसने खिड़की से झांका। सड़क के किनारे एक ब्लैक