अब आगे.........अविनाश जी और मालविका हैरानी से पीछे मुड़ते है ...त्रिश्का हाथ बांधे दोनो को देखते हुए कहती है... " किसको जवाब देना है...?.." अविनाश जी बातो को घुमाते हुए कहते है.. " वो बॉस को कल की मीटिंग के लिये... तू बता बेटा तबियत ठीक है तेरी... " त्रिश्का अविनाश जी की बातो को सुनकर उन्हें सवालिया नज़रो से देखते हुए कहती है... " क्या यही बात है पापा.. " अविनाश जी हॅसते हुए कहते है... " हा.. बिलकुल... " मालविका जी त्रिश्का को समझते हुए कहती है... " बेटा.. यही बात है.. अब तू बैठ खाना खा ले...