अध्याय 1: पहली मुलाकातदिल्ली विश्वविद्यालय की पहली बारिश हो रही थी। आसमान से गिरती बूंदें ज़मीन पर संगीत की तरह बज रही थीं। इसी बारिश में, आरव अपनी किताबों को भीगने से बचाने की कोशिश कर रहा था जब उसकी नज़र एक लड़की पर पड़ी — पायल।पायल अपनी छतरी के नीचे खड़ी थी, उसकी आंखों में मासूमियत और होंठों पर हल्की-सी मुस्कान थी। पहली ही नजर में कुछ तो था जो आरव को खींच लाया।"छतरी में जगह है?" — आरव ने हिम्मत कर पूछा।"अगर इरादे साफ़ हों, तो हमेशा होती है।" — पायल ने मुस्कराकर जवाब दिया।वहीं से शुरू हुआ