टाम ज़िंदा हैं - 6

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टाम ज़िंदा है। (6)बात और प्याज़ को जितना भी है बड़ा लो, छील लो। छिलते रहो, बात करते जाओ। कुछ भी नहीं हो सकता। सोचो, जिंदगी को यारों, जिओ... काटो नहीं।  चार दीवारी कमरा होता है, मैं जानता हूँ... जेल भी मे यही होता है। सब्जेक्ट एक ही है... जीते कैसे हो तुम पर है। ऐसे ही एक दिन मे पुलिस वर्दी मे पूरा स्कूल कहा कहा जाता था, उसने खगाल लिया था... तफतीश पूरी कहा हुई थी... केस बदले सच मे आपने बेटे की बली.... नहीं नहीं --- कहने और करने मे अंतर होता है... आज उसका मन दुखा था...