विवेक को मिला सुरक्षा कवच.....अब आगे..............विवेक को परेशान देखकर अघोरी बाबा उसे समझाते है..." तुम्हें ये काम करने में ज्यादा कठिनाई नहीं होगी बस हिम्मत रखनी होगी ताकि तुम उस खत्म करके अपनी प्रेमिका को बचा सकते हो नहीं तो वो पिशाच उसे मार देगा...."अघोरी बाबा से अदिति के लिए मारे जाने की बात सुनकर विवेक गुस्से में कहता है...." नहीं... मैं अदिति को कुछ नहीं होने दूंगा... मैं उसके खून की बूंदें जरूर लेकर आऊंगा.... लेकिन बाबा इसकी (खंजर की तरफ देखकर)... जरूरत नहीं है , मैं किसी ब्लेड से कट करके ले लूंगा...ये खंजर रहने दीजिए..."अघोरी बाबा :