टाम ज़िंदा हैं - 4

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टाम ज़िंदा है ----- (4)तकलीफ के बाद किसी को पेट भर रोटी खिला देना, नंगे पैर काटे चुभते है, कौन कहता है फूलो की बसती मे ऐसे घूमो। आज ख़त्म होंगे  किसी के लिए, बनो तो सही पहले। तुम कया जानते हो, कुछ भी नहीं, करता तो कोई ओर है। जिंदगी को शातिर बनो । सुस्त नहीं।लिखा लिया था ----- खाली पेज पे सिग्नेचर, उसने उर्दू मे किये थे। मुंशी सीता राम जो उर्दू आठवीं तक पढ़े थे।उन्होने पढ़ा था.... हसन तुगलक।कागज भी वेरिफिकेशन हो चूका था... एक नहीं दो।एक मे लिखा था... शर्त जो पुछूगा, उसका जबाब सही ढंग से