तू ही मेरी आशिकी - 7

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तीन दिन बाद...मारिया उस दिन छोटे के साथ नानी के कहने पर पास के बाजार गई थी।छोटे को नए जूते चाहिए थे, और मारिया भी अब धीरे-धीरे अपनी पुरानी जिंदगी में लौटने की कोशिश कर रही थी।बाजार में हलचल थी, लोग खरीदारी में लगे थे,गर्मियों की दोपहर थी, मगर हवा में कुछ मीठी सी ताजगी थी।छोटा अपनी मर्जी से एक दुकान से दूसरी दुकान भाग रहा था।मारिया उसे पकड़ने के लिए इधर-उधर दौड़ रही थी,जब अचानक भीड़ के बीच में एक तेज़ आती बाइक ने छोटा की तरफ रुख किया —और वो पल...सब कुछ जैसे थम गया।मारिया चीखी,"छोटे!"लेकिन किसी के