टाम जिन्दा हैं ----- दुनिया सीधे लोगों की नहीं हैं.... चलाक बनो.. जानकारी उतनी ही इकठी करो जिसको तुम रख सकते हो.. जयादा जानकारी बहुत सेहत के लिए हानिकारक होती हैं.. हाँ मेरी बात अक्सर त्रिपाठी से होती हैं मोबइल पर... आज कल वो नये केस की भाग दौड़ मे लगा हुआ हैं। हम सब जानते हैं... वो एक सुलझा हुआ अफसर हैं। हर बात बारीकी से लेता हैं --- आम ताम तो उससे बात करने को भी घबराते हैं... उसका हेयर स्टाइल ऊपर को सुनहरी वाल वाहना... लम्बा चेहरा.. सडोल सीना.. मसल बने हुए... टागे फुर्तीली थी।जयादा तर वो