सोफी का संसार - भाग 3

  • 645
  • 156

पौराणिक कथाएँ (मिथक)अच्छाई और बुराई की शक्तियों के बीच अनिश्चित अस्थिर सन्तुलन...अगली सुबह सोफी के लिए कोई पत्र नहीं था। खत्म न हो रहे दिन भर वह स्कूल में सारा समय बुरी तरह बोर रही। रीसेल क्रे दौरान उसने जोआना के साथ अच्छी-भली होने की ओर विशेष ध्यान दिया। घर लौटते समय उनकी चर्चा का विषय था कि जंगल में मिट्टी सूख जाने पर वे शीघ्र ही वहाँ जाकर कैम्प लगाकर रहेंगी।कुछ समय बाद, जो अनन्त काल जैसा लम्बा लग रहा था, वह एक बार फिर मेल-बॉक्स के सामने थी। पहले उसने वह पत्र खोला जिस पर मैक्सिको की डाक-मुहर