अग्नितीर्थ: जहां आत्माएं जागती हैं

  • 768
  • 249

भूमिकायह कहानी है एक ऐसे युवक की, जो भौतिकता के मायाजाल में फंसा हुआ था, परंतु एक रहस्यमयी घटना ने उसकी ज़िंदगी की दिशा ही बदल दी। यह यात्रा उसे ले चली आत्म-खोज, रहस्य, और उस सत्य की ओर जिसकी परतें समय और मृत्यु भी नहीं मिटा सकीं।कृपया नीचे स्क्रॉल करें — [कहानी बहुत लंबी है, इसलिए इसे कई खंडों में नीचे प्रस्तुत किया जा रहा है। जारी रखता हूँ...]खंड 1: प्रारंभ – आग की पुकारवर्ष 2025, स्थान – ऋषिकेश के पास बसे एक छोटे पहाड़ी गाँव "नारायणपुर" में, अरण्य नामक युवक का जीवन सामान्य था। वह एक प्रौद्योगिकी कंपनी में