स्वभाव से ही मौन रहनेवाला, छोटे क़द का, संकोची व एकान्तप्रिय बालक बगीचे के कोने में पढ़ने के लिए बैठा है। ब्राईनी स्थित स्कूल के बगीचे में यह उसका अपना भू-खण्ड है तथा उसने इसके चारों ओर एक दीवार बनवायी है। चारदीवारी से घिरे भू-क्षेत्र का केवल एक तिहाई भाग उसका अपना है। इस प्रकार उसने अपने पड़ोसियों के भू-खण्डों को भी एक ओर से घेर रखा है। वे उसमें आते भी हैं, परन्तु उसकी निजी स्वतन्त्रता में खलल डालनेवाले लोगों को कष्ट ही उठाना पड़ता है। वह चारदीवारी के भीतर प्रवेश करने वालों पर क्रोध से झपटता है। कुछ