भाग 1: अंधकार का आगमनवर्ष 1128 ईस्वी का अंतिम मास था। मध्य भारत के घने वनों के बीच बसा था एक महान और समृद्ध राज्य — वर्धनगढ़। ऊँचे पहाड़ों, गहरी नदियों और दुर्गम घाटियों से घिरा यह राज्य, वर्षों से अपने शौर्य, वैभव और रहस्यों के लिए जाना जाता था। परंतु इसके मध्य स्थित था एक रहस्य — "कृष्णदुर्ग", एक काला किला जो सदियों से वीरान और श्रापित माना जाता था।कोई नहीं जानता था कि कृष्णदुर्ग में क्या है। लोगों का विश्वास था कि वहाँ रक्तचंदा देवी की आत्मा बसती है — एक दैवी शक्ति जिसे वर्धनगढ़ के पूर्वजों ने