11 मीरा को आज ऐसा लग रहा था कि जिस समय वो सोना चाहती थी पर सो नहीं पा रही थी। उसकी वजह वो समझ पा रही थी, उस दिन और आज के दिन में क्या हो रहा है या क्या हुआ था। वही तो संसार की अगमता है। हर दिन एक जैसा नहीं होता, भले ही क्यों लोग एक हो, रिश्ते एक हो, दोस्त वही हो पर दिन वही नहीं होता। मीरा बिस्तर पर लेटे लेटे उसी को ही महसूस कर रही थी। गुजरी हुई याद के साथ उस जुड़े खत पर प्यार से अपना हाथ ग़ुमाती