दोइधर वसन्त ऋतु के आगमन के साथ ही गतिविधि बढ़ जाती है। शत्रु ने दमन नीति अपनायी है, तो द्वीप के बच्चों ने भी एक बार पुनः अपने हाथों में हथियार उठा लिये हैं। महिलाओं ने भी अपने पतियों के साथ युद्धभूमि की ओर जाने की ठान ली है। इस बार न तो उनका गर्भवती होना और न ही ऋतु का प्रतिकूल (शीत) होना उन्हें युद्धक्षेत्र में जाने से रोक सकता है। गर्भवती होने तथा ऋतु के शीत होने पर भी वे युद्धक्षेत्र में जाने को तत्पर हैं। "युद्ध के समाचारों की जानकारी लेने के लिए मैं इस पहाड़ी