इश्क हार गया दोस्ती से

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वो लड़का, जो कभी किसी लड़की से बात भी न करता था, अपनी दुनिया में मस्त रहता था। दोस्ती, प्यार, इश्क़—इन सबसे जैसे कोई वास्ता ही न था। उसकी दुनिया किताबों, सपनों और खुद से की गई बातों तक ही सीमित थी। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था...उस दिन उसकी क्लास में एक नई लड़की आई। उसकी चाल में एक अजीब सा ठहराव था, उसकी हँसी में एक जादू था, और उसकी आँखों में जैसे चाँदनी बह रही थी। लड़के ने जब पहली बार उसे देखा, तो कुछ पल के लिए सब कुछ थम सा गया।"उसकी आँखों में