कदर : एक कहानी ऐसी भी

 कदर सूचना  : ये कहानी एक सत्य घटना पर आधारित है तो इस कहानी को नजर अंदाज न करे। "रिश्ते तब टूटते हैं, जब ज़रूरत पर साथ नहीं मिलता...कभी-कभी प्यार ज़िंदा होता है, पर 'कदर' मर चुकी होती है।""हम सोचते हैं कि थोड़ा वक़्त बाद मिल लेंगे, समझा लेंगे…पर कई बार किसी के लिए वही वक़्त आखिरी साबित होता है।""ये कहानी है एक ऐसे इंसान की,जिसने प्यार किया, इंतज़ार किया…और अंत में खो दिया… बस 'कदर' न मिलने के कारण।"कहानी की शरुआत : सुबह के 6 बजे थे।शहर धीरे-धीरे जाग रहा था, सड़कों पर हल्की हलचल शुरू हो चुकी थी।इन्हीं सुबह की किरणों