चंद्रा पूरे महल में इधर-उधर देखती हैं लेकिन उसको कुछ भी दिखाई नहीं देता है फिर चंद्रा को समझ में आता है कि यह आकाशवाणी थी और उसक़ो चेतावनी देने की कोशिश कर रही थी चंद्रा को गुस्सा आता है और चंद्रा गुस्से में बोलती है कि "कौन मुझे धोखा देगा???ऐसा करने की हिम्मत इस राज्य में किसकी है जो मुझे धोखा दे सके???जो चंद्रा के सामने आंख उठाकर भी खड़ा हो पाए??"तभी आसमान से फिर एक आवाज आती है"तुम्हारा यह घमंड ही तुम्हें एक दिन ले डूबेगा चंद्रा "और वह आवाज फिर हंसने लगती हैउसकी यह बात सुनकर चंद्रा