रिशान और विहान बचपन के साथी थे, लेकिन क्रोध और बदले की भावना ने रिशान को इंसान से हैवान बना दिया। रिशान, जो कभी विहान का रक्षक था, अब उसका सबसे बड़ा दुश्मन बन चुका था। नफरत की आग ने उसे इतना निर्दयी बना दिया कि वह हर रात विहान को टॉर्चर करता और उसे अपनी गुलामी में जकड़ कर रखता था। विहान की आज़ादी तक छीन ली गई थी, और उसे घर से बाहर जाने की भी इजाजत नहीं थी। क्या खता थी विहान की, जिसने उसे इस हालत में पहुंचा दिया? क्यों रिशान, जो कभी उसका रक्षक था, अब उसका भक्षक बन गया?