डिनर टेबल पर नई बातें और पुरानी यादेंविशाल धीरे-धीरे बंगले के अंदर आया। अंदर आते ही उसकी नज़र डाइनिंग टेबल पर गई, जहाँ तीनों लड़कियाँ बैठी थीं—अवनी, लवली और मिताली। तीनों के चेहरे पर अभी भी हल्की घबराहट थी, लेकिन सुषमा मासी के प्यार से परोसे गए खाने ने माहौल को थोड़ा सहज बना दिया था।सुषमा मासी ने मुस्कुराते हुए कहा, "विशाल बेटा, तुम भी आकर खाना खा लो। ठंडा हो रहा है, खाने का इंतजार करना ठीक नहीं।"विशाल एक पल के लिए रुका। उसे लगा जैसे उसकी माँ उसे बुला रही हो। यह स्नेह, यह अपनापन—बहुत समय बाद उसने