अवनी ने हिचकिचाते हुए कहा, "नहीं, हम बस से चले जाएंगे।"लेकिन विशाल ने समझाते हुए कहा, "रात ज्यादा हो चुकी है। इस सुनसान सड़क पर अकेले चलना सुरक्षित नहीं है। मुझ पर भरोसा रखो।"लड़कियों ने एक-दूसरे को देखा, फिर धीरे-धीरे कार में बैठ गईं। कार स्टार्ट हुई और सड़क पर दौड़ने लगी। मगर इस सफर में भी एक बेचैनी थी। क्या अजय सच में पीछा कर रहा था? क्या संजना का केस यहीं खत्म हो जाएगा? या फिर यह रात कोई नया राज़ खोलने वाली थी? विशाल अपनी कार में बैठा गहरी सोच में डूबा हुआ था। उसने संजना की