"कुछ कमरे कभी खाली नहीं होते..."प्रिय पाठकों,वक़्त बदलता है, लोग बदलते हैं, लेकिन कुछ यादें हमेशा वहीं ठहर जाती हैं। कुछ अधूरी बातें, अधूरे लोग, और अधूरे एहसास...जब आरोही नए शहर में आई, तो उसे लगा था कि उसकी ज़िंदगी एक नई शुरुआत लेने जा रही है। नया कमरा, नई जगह, नई दोस्ती... सब कुछ एक नई सुबह जैसा था। लेकिन हर कमरा सिर्फ़ ईंटों और दीवारों से नहीं बना होता। कुछ कमरे अपने अंदर कहानियाँ समेटे रखते हैं। ऐसी कहानियाँ जिनका कोई अंत नहीं होता, जो अतीत से निकलकर आज में सांस लेती हैं।इस कहानी में हम उन अनकहे