रात का अंधेरा फैल चुका था।शिवाय के कमरे की खिड़की से बाहर देखो तो पूरे शहर में बत्तियां जल रही थीं, लेकिन अंदर उस कमरे में एक अजीब सी सन्नाटे की चुप्प थी। शिवाय के कमरे में सिर्फ हल्की सी रोशनी आ रही थी, जो एक पुराने कागज के ढेर और किताबों की शक्ल में छिपी हुई थी। वह एक नॉर्मल लड़का था, जो अपनी दुनिया में खोया हुआ था। मगर आज कुछ खास था। आज कुछ ऐसा होने वाला था, जो उसकी ज़िंदगी बदल देगा, हमेशा के लिए।"क्या तुम जानते हो, तुम कौन हो?"उसकी आँखों में घबराहट थी, लेकिन