पुस्तक समीक्षा यमराज मेरा यार - जिसे पढ़कर सभी करें प्यार सौभाग्य की बात है कि यमराज मेरा यार हास्य-व्यंग्य काव्य-संग्रह की समीक्षा करने का सुअवसर मुझे प्राप्त हुआ है। हालांकि मैंने अभी तक किसी भी पुस्तक की समीक्षा नहीं लिखी है। यह मेरी पहली समीक्षा है। किसी पुस्तक की समीक्षा करना बड़ा ही दुरूह कार्य है।फिर भी कोशिश करता हूँ। पुस्तक 'यमराज मेरा यार' जैसा कि नाम से ही पता लग रहा है कि लेखक ने कुछ अलग ही पात्र और शीर्षक को चुना है। जिसे अन्य लेखक/कवि गण शायद ही चुनते होंगे। इसीलिए यह पुस्तक कुछ ज्यादा