जॉन ने रणविजय की ओर देखा, उसकी आंखों में कुछ सवाल थे, पर चेहरे पर वही वफादार चिंता। वो जानता था कि वक्त कम है और फैसले तेज़ लेने होंगे। उसने फौरन अपना फोन निकाला और मीरा का नंबर डायल किया।"हैलो मीरा, मैं जॉन बोल रहा हूँ..."फोन की दूसरी ओर कुछ सेकंड की खामोशी रही, फिर मीरा ने बिना एक शब्द कहे फोन काट दिया।रणविजय वहीं पास खड़ा था। उसने सब कुछ देखा। वो जानता था मीरा अब उससे नफरत करती है, और इसलिए उससे जुड़े किसी भी इंसान से बात करना भी नहीं चाहती। जॉन ने फिर कोशिश की।इस