8 बर्थडे पार्टी खत्म हो जाती है। मीरा और उसकी फैमिली वापस घर आती है। सब लोग थकान के कारण सो जाते हैं, पर मीरा का दिमाग तो वही सोच में डूबा रहता है। मेरा अपना ध्यान वहां से हटाना चाहती थी। उसी संघर्ष में नींद आ जाती है। "कॉलेज नहीं जाना है क्या? अब तो उठ जा।" "यह भगवान इस लड़की का क्या होगा?" सर पर हाथ रखकर मीरा की मां मीरा को जागते हुए कहती है। खिड़कियों से पर्दा हटाते ही मीरा के चेहरे पर सूरज की पहली किरण गिरती है। इस रोशनी से वह