पुस्तक समीक्षा - यमराज मेरा यार - जीवन की सच्चाई बयां करता किरदार

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 सुधीर श्रीवास्तव दादा जी द्वारा सृजित हास्य व्यंग्य काव्य संग्रह "यमराज मेरा यार" लोक रंजन प्रकाशन प्रयागराज द्वारा प्रकाशित है। आकर्षक आवरण पृष्ठ वाले संग्रह को देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि विशाल ज्वालामुखी को लाँघकर भैंसे पर सवार होकर जैसे सखा से मित्रता निभाने के लिए यमराज जी भी आतिथ्य सत्कार के लिए दौड़े आ रहें हो। आपने अपनी पुस्तक परमपूज्य गुरुदेव जी के श्रीचरणों में समर्पित की है। 2024 में प्रकाशित यह पुस्तक अपने आप में अनूठा अद्भुत संग्रह है।      एकादश श्रेष्ठ वरिष्ठ साहित्यकारों के आशीर्वचनों की श्रृंखला में डॉ रत्नेश्वर सिंह, खालिद हुसैन सिद्दीकी, संतोष