Adhiraj couldn't stop himself अब आगे........एकांक्षी वापस सोने की कोशिश कर रही थी लेकिन घर में आ रही घंटी और आरती की आवाज से अपने पिलो को अपने कान पर रखती हुई और फोन में टाइम देखकर कहती हैं कहती हैं....." ये मां भी न सुबह सुबह शुरू हो जाती है....अभी छ: ही बजे हैं और मां भी न....." जब बहुत देर तक सोने की कोशिश करते हुए भी जब एकांक्षी को नींद नहीं आई तो पिलो को गुस्से में पटककर उठ जाती है और सीधा विंडो के पास जाकर खड़ी होकर अपने बालों को बांधते हुए अपने आप से कहती हैं...."