दानव द रिस्की लव - 52

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तक्ष की खुनी प्यास......विवेक : आप नहीं समझोगे भाई......और न ही समझा सकता.... मुझे अब किसी की हेल्प चाहिए...(अपनी जेब से लाकेट निकालता हुआ बोला)...अब इन सबके बारे में मुझे अघोरी बाबा ही बता सकते है....अब वो ही मेरी मदद करेंगे.. ?..अब आगे.........इशान विवेक को पकड़कर झंझोरता है...." विवेक क्या बोल रहा है...?.... क्या अघोरी बाबा...?... क्या हो गया है तुझे...?विवेक लाकेट को वापस जेब में रखते हुए बोला..." कुछ नहीं भाई.... कुछ नहीं हुआ है मुझे.... मैं ठीक हूं बस मुझे अदिति को बचाना....इशान : उसे कुछ नहीं हुआ है सिर्फ बेहोश हुई है...चल अंदर ...विवेक : आप नहीं