मोहब्बत एक बदला भाग 7

भाग 7: इंतज़ारज़ोया के जाने के बाद, आरिफ़ की ज़िंदगी एक ठहरी हुई झील की तरह शांत और उदास हो गई थी। घर की हर चीज़ उसे ज़ोया की याद दिलाती थी - रसोई में उसकी पसंदीदा चाय की प्याली, बैठक में उसकी बुनी हुई शॉल, और आँगन में उसके लगाए हुए गुलाब के पौधे, जो अब भी हर मौसम में खिलते थे, मानो उसकी याद को ताज़ा करते हों।बच्चों ने आरिफ़ को संभालने की बहुत कोशिश की। वे उसके पास बैठते, उससे बातें करते, और उसे पुरानी तस्वीरें दिखाते, जिनमें ज़ोया की हँसी गूँजती हुई महसूस होती थी। लेकिन