तेरे इश्क में हो जाऊं फना - 19

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माँ और बेटी की प्यारी नोकझोंकमाथूर गाउस में हलचल भरा दिन था। घर में सन्नाटा तो कभी-कभी ही होता था, नहीं तो हमेशा कुछ न कुछ चलता ही रहता। राधा आज सुबह से ही घर के कामों में व्यस्त थी। रसोई में वह आटा गूंथने लगी। उसकी बेटी समीरा कहीं नज़र नहीं आ रही थी, तो उसने सोचा कि शायद वह अपने कमरे में पढ़ाई कर रही होगी। लेकिन समीरा तो कुछ और ही सोच रही थी।एक छोटी सी शरारतसमीरा को अपनी माँ को छेड़ने में बड़ा मज़ा आता था। वह हमेशा सोचती थी कि उसकी माँ बहुत सीरियस रहती