मत्स्य कन्या - 10

अब आगे.......इशिता को होश आने लगा था, जिसे देखकर सिद्धार्थ जल्दी से उसके पास बैठकर थामते हुए कहता है.... " थैंक गॉड.. तुम्हे होश तो आया तृषा..." त्रिश्का सिद्धार्थ को देखते हुए कहती है... " पता नहीं सिड मैं कैसे बेहोश हो गयी... ऐसा पहली बार हुआ है ज़ब मुझे पानी... " पानी कहते हुए त्रिश्का चुप हो जाती है और कुछ सोचते हुए कहती है... " मुझे किसने बचाया... " सिद्धार्थ जल्दी है कहता है... " मैंने बचाया तृषा... " रौनक, पायल सवालिया नज़रो से उसे देखते है, पर सिद्धार्थ उन्हें चुप रहने के लिये इशारा करता है... त्रिश्का