अध्याय 5: तेरा होना, मेरा क्रूस थातुम्हें पाना एक दर्द था,लेकिन तुम्हारे बिना तो सांस लेना भी अंधकारमय लगता है।तुम मुझे मिल गए -लेकिन ऐसा लग रहा था जैसे कोई पत्थर मिल गया हो।जिनको इसे अपनी छाती पर पहनना है,भले ही इससे दर्द होलेकिन आपको हार नहीं माननी है।1. तेरे साथ… और फिर भी अकेलातेरे होने का एक वज़न था।जिसे हर रोज़ मैंने अपनी हड्डियों में महसूस किया।हम साथ थे,पर तू इतना दूर थाजैसे मैं हर बार तुझसे हाथ मिलाने जाऊंऔर तू मुझे सिर्फ़ देख कर मुस्कुरा दे।2. मेरा प्रेम, तेरा भारमैंने तुझे सहेजा —जैसे कोई टूटता हुआ शब्द।तू अक्सर