मानव प्रभु की सर्वश्रेष्ठ कृति है। जिसे ईश्वर ने चिंतन और मनन की अद्भुत क्षमता दी हुई है। सूर्योदय की बेला में एक ओर ऊगते हुये सूर्य को देखना और दूसरी ओर श्मशान को देखना, मन में एक गंभीर चिंतन को जन्म देता है। संसार एक नदी है, जीवन है नाव, भाग्य है नाविक, कर्म है पतवार, तरंग है सुख, भंवर है दुख, पाल है भक्ति जो नदी के बहाव व हवा की दिशा में जीवन को आगे ले जाती है। नाव की गति को नियंत्रित कर, बहाव और गंतव्य की दिशा में समन्वय स्थापित करके जीवन की सद्गति व