भाग 10 – शहर वापसीमीठी - जिगर, तुम ठीक हो न ? जिगर अपनी आँखों की नमी छुपाते हुए - हां... हां में ठीक हु...!!! मीठी - तुम्हे देख के लग तो नहीं रहा की तुम ठीक हो...!!! जिगर अपने मन में - तुमने मुझे बिना बोले ही समझ लिया की में ठीक नहीं नहीं हु। तुम जा रही हो, कैसे ठीक हो सकता हु... कैसे कहु तुमसे...!!! मीठी - क्या हुआ जिगर क्या सोच रहे हो तुम ?? जिगर - अरे नहीं नहीं... कुछ नहीं हुआ। तुम मेरी फ़िक्र मत करो... में ठीक हु...!!! किंजल - वैसे तुम कब जा रहे हो वापिस दिल्ली ? जिगर