राहुल - 2

  • 1.2k
  • 508

रात का सन्नाटा था। नीती भाभी अकेली अपने कमरे में बैठी थीं। सामने दो तस्वीरें — एक में आकाश, उनके पति, जिसके साथ जीवन की शुरुआत हुई थी। और दूसरी में राहुल, जिसकी आँखों में उन्होंने फिर से जीने की चाह देखी थी।उनका दिल फटा जा रहा था।"क्या प्यार सिर्फ एक इंसान से ही हो सकता है?""क्या अगर मैं दोनों से सच्चा रिश्ता रखूं, तो मैं ग़लत हूं?"उनके लिए राहुल एक नयी सांस था, एक एहसास, जिसने उन्हें फिर से जीना सिखाया।और आकाश — वो उनका अतीत नहीं, आज भी एक हिस्सा था। उसके साथ बिताए पल झूठ नहीं थे।अगले