THIEF BECOME A PRESEDENT - PART 1

  • 441
  • 138

भाग 1: गायब हैंडल का रहस्यसुबह के 10 बजे थे। बरेली के एक व्यस्त बैंक में लोगों की ऐसी भीड़ थी, मानो कुंभ का मेला लगा हो। सब अपने-अपने काम में ऐसे डूबे थे, जैसे चींटी शक्कर के दाने पर। किसी का ध्यान एक कोने में खड़े उस दुबले-पतले आदमी पर नहीं गया, जिसका नाम टिमडेबिट था। वह ऐसे साधारण कपड़ों में था, मानो किसी सरकारी दफ्तर का बाबू हो, आँखों पर ऐसा चश्मा था जैसे दूरबीन और चेहरे पर ऐसी शांति थी जैसे बुद्ध भगवान समाधि में हों। लेकिन उसके दिमाग में ऐसी खुराफात पक रही थी, मानो ज्वालामुखी