अथर्व ने ज़ब वापस अपनी नजरें उस लड़की पर कर की तो वो उसे ही आश भरी नजरों से देखे जा रही थी।अथर्व ने एक झटके मे उसे खुद से दूर किया और गुस्से मे कहा " तुम्हे क्या लगता है तुम मुझे अंकल बोलोगी और मैं तुम्हे अपने साथ ले जाकर तुम्हारी सेवा करूँगा अगर तुम ऐसा सोच रही हो तो ऐसा बिलकुल नहीं होगा। क़भी नहीं क्योंकि अथर्व रस्तोगी सेवा करवाता है करता नहीं है""क्या तुम्हारा नाम अथर्व रस्तोगी है।" उस लड़की ने हस्ते हुए कहा अथर्व उसे अजीब तरीके से घूरने लगा।उस लड़की ने जोर जोर से हस्ते