जूही का दिल जोर-जोर से धड़क रहा था। उसकी सांसें तेज हो गई थीं, और शरीर में अजीब-सी घबराहट दौड़ रही थी। वह समझ नहीं पा रही थी कि अभय की आँखों में ऐसा क्या था जो उसे असहज कर रहा था। वो उससे कुछ कदम की दूरी पर खड़ा था, लेकिन उसके निगाहों की चुभन उसे महसूस हो रही थी।जूही ने अपने दोनों हाथ खुद में समेट लिए, जैसे खुद को सुरक्षित करना चाहती हो। उसने कांपते होंठों से कहा, "तुम चाहते क्या हो? देखो, मुझे जाने दो।"अभय ने हल्की मुस्कान के साथ जवाब दिया, "अरे, परेशान क्यों हो